Haldwani Festival
हल्द्वानी में पहली बार दो दिवसीय लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के कोने कोने से 50 से ज्यादा लेखक और साहित्यकार हिस्सा ले रहे हैं, इस फेस्टिवल की खासियत यह है कि इसमें बच्चों से जुड़ी किताबों के ज्यादातर स्टॉल लगाए गए हैं जिससे बच्चों को साहित्य के प्रति जागरूक किया जा सके।
जिसमें बच्चे पेंटिंग, लेखन प्रतियोगिता और इस फेस्टिवल में आई अनेक किताबों के प्रति अपनी रुचि दिखा रहे हैं, लिटरेचर फेस्टिवल का खास मकसद भी यही है कि बच्चा अपनी शिक्षा के साथ-साथ साहित्य की तरफ भी ध्यान दें और बच्चों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि किताबें पढ़ने के क्या क्या फायदे हैं और भविष्य में बच्चा एक अच्छा लेखक और अच्छा साहित्यकार कैसे बन सकता है,
लिटरेचर फेस्टिवल में आए लोगों के मुताबिक हल्द्वानी के लिहाज से यह बेहद ही अच्छी पहल है, जिससे बच्चे और अभिभावक दोनों साहित्य के मतलब को जान सकते हैं, यही नहीं इस फेस्टिवल में नुक्कड़ नाटक के अलावा लेखन और पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है जिसमें बच्चे बड़े पैमाने पर प्रतिभाग कर रहे हैं और यह कोशिश हमेशा की जानी चाहिए जिससे अपने साहित्य को जाना जा सके और उसके प्रति बच्चा भी अपनी रुचि रख सके,
साहित्यकारों के मुताबिक साहित्य को बढ़ावा देने के लिहाज़ से यह सराहनीय कदम है, क्योंकी हक़ीक़त यह है की बच्चों के लिए साहित्य तो लिखा जा रहा है लेकिन उनके पास पहुंच नहीं पा रहा है, लिहाजा साहित्यकार ऐसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों से संवाद करना चाह रहे हैं, और बच्चों को अपनी लिखी हुई कहानियां भी सुनाना चाह रहे हैं, जिससे बच्चे साहित्य के प्रति जागरूक हो सकें और आने वाले दिनों में साहित्य को आगे बढ़ा सकें।
कुमाऊँ के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में पहली बार आयोजित हुए इस लिटरेचर फेस्टिवल में लोगो की काफी भीड़ उमड़ रही है, साहित्यकार भी इस पहल को सराहते हुए यह उम्मीद कर रहे हैं की हर साल इस तरह का आयोजन होना चाहिए जिससे बच्चो के साथ आम जनता का ज्ञानवर्धन हो सके ।